चाहत कहे या तमन्ना ,है एक दिल में
हँसते ही जाये हम इस महफ़िल में ||
बेगानी सी लगती है ये दुनिया अब सारी
दोस्तों में ही बीत जाती है शाम हमारी||
कठोर है ये दुनिया न चाहे हम रहे ऐसे
करे परेशान और बोले कमा बेटा अब पैसे ||
दोस्तों जिन्दगी के सफ़र में बढ़ते ही जाना
पर याद रहे इस दोस्ती को कभी ना भुलाना ||
हँसते ही जाये हम इस महफ़िल में ||
बेगानी सी लगती है ये दुनिया अब सारी
दोस्तों में ही बीत जाती है शाम हमारी||
कठोर है ये दुनिया न चाहे हम रहे ऐसे
करे परेशान और बोले कमा बेटा अब पैसे ||
दोस्तों जिन्दगी के सफ़र में बढ़ते ही जाना
पर याद रहे इस दोस्ती को कभी ना भुलाना ||